tag:blogger.com,1999:blog-498370783814100450.post1180543110538754462..comments2017-05-02T08:48:33.618-07:00Comments on AMRITA IMROZ: अमृता ,...Anjuhttp://www.blogger.com/profile/11739644950456859545noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-498370783814100450.post-27920187175321907442012-04-23T20:51:21.209-07:002012-04-23T20:51:21.209-07:00बरसों पहले थम थम बहती
हमने इक सरिता देखि थी
गहरे...बरसों पहले थम थम बहती <br />हमने इक सरिता देखि थी <br />गहरे सागर के अंतर से <br />वो उभरी थी <br /><br />हमने उसको नाम दिया था ...<br />कल कल कल कल <br /><br />धरती पर वोरेंग रेंग ही चलती सब को लगती थी <br />चलती चलती ... लिख लिख कर बातें कहती थी <br />बोल बोल कर रिश्तों के स्वेटर बुनती थी <br />झाँक झाँक कर सबको ही देखा करती थी <br /><br />वो नदिया थी कुन कुन से सपने रचती थी <br /><br />खेतों खलियानो सन्नाटों को तय करके <br />वह हर पल अन्थकी सदा बहती जाती थी <br /><br />रेंग्रेंग बहती जाती थी <br />कहती थी मंजिल इक बर्फीली छोटी <br />वह चोटी जिस जा कर वो जम जायेगी <br />एक धडकता दिल लेकर बस सो जायेगी <br />सो जायेगी सदियों तक वह निपट अकेली <br />जो चाहेंगयून्हें मिलेगी जमी जिन्दनादिया सी <br /><br />उसकी बातें एक हमसफ़र ने सुन लीं थीं <br />उन बातों को तस्वीरों बना बना कर <br />रंगों के आकार बना कर दिखलाया था <br /><br />उन बातों को एक अमृता नाम दिया था <br /><br />बातों की उसकी वो अमृता <br />बुला बुला कर कहती है जो प्रेम कहानी <br />उसे सुनो तो शिखरों से बहती ठंडक के <br />पागल लम्हे ठहर ठहर बहते है <br />और शिखर के मंदिर की चांदी की घंटी <br />बजती है तो कायनात गाने लगती हैashokjairath's diaryhttps://www.blogger.com/profile/03097967910978831966noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-498370783814100450.post-84459007233859319382011-12-13T21:02:00.567-08:002011-12-13T21:02:00.567-08:00nihsandehnihsandehरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-498370783814100450.post-8687696697798695332011-11-22T06:56:27.290-08:002011-11-22T06:56:27.290-08:00सुंदर पंक्तिया .......
मेरे नये पोस्ट में स्वागत ह...सुंदर पंक्तिया .......<br />मेरे नये पोस्ट में स्वागत है |धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com